सत्तर मिनट... सत्तर मिनट है तुम्हारे पास, शायद तुम्हारी जिंदगी के सबसे खास सत्तर मिनट.. तुम रात में 10 बजे सो जाओ, या 12 बजे, तुम्हें उठना सुबह 5:30 बजे ही होगा .. क्योंकि उसके 70 मिनट के बाद सूरज की पहली किरण तुम पर पड़ जायेगी... लेकिन तुम्हें उससे बच कर निकलना होगा ..तुम्हें ये याद रखना होगा कि तुम किसी की बेटी हो , किसी भले घर की बहु हो, किसी की माँ हो और वगैरह वगैरह हो...
बड़ी बड़ी कम्पनियों के बोतल और एक इस्तेमाल...
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चलते चलते यूँ ही कोई मिल गया था, सरे राह चलते चलते ...
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एक साथ बढ़ रहा है इंडिया, नई दोस्ती कर रहा है इंडिया... |
एसी कमरों में चली हैं सारी चर्चाएँ, शौच के बहाने ही हवा खा लेती हैं महिलायें..
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हम लायें हैं हिमालय से पानी निकाल के, इस प्लास्टिक को रखना बच्चों संभाल के ..
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एक किलोमीटर की रेंज में खाना और पखाना.. बच्चे, बूढ़े और जवान, सबका है आना जाना..
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गुलाबी बोतल के साथ स्मार्ट फ़ोन पर दे ध्यान, ये है डिजिटल इंडिया मेरी जान ..
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कदम कदम बढाए जा, ख़ुशी के गीत गाये जा .... |
वाय ‘शट द डोर’, वेन स्काई इज योर?
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कोका कोला की बोतल में हैंडपंप का पानी, स्वच्छ भारत की है निशानी..
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अमिताभ को बुलाया, उसने पैसा कमाया, खूब गाना गाया, ज़रा बताओ तुमने किसको क्या समझाया?
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ये आन तिरंगा है, ये शान तिरंगा है, ये आन तिरंगा है, ये शान तिरंगा है, मेरी जान तिरंगा है, मेरी जान तिरंगा है,
अरमान तिरंगा है, अभिमान तिरंगा है, अरमान तिरंगा है, अभिमान तिरंगा है,
मेरी जान तिरंगा है, मेरी जान तिरंगा है, ये आन तिरंगा है..
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मेरी जान तिरंगा है, मेरी जान तिरंगा है, ये आन तिरंगा है..
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रिपोर्ट का अवांछित हिस्सा- इसे नज़रंदाज़ करें.. यह हिस्सा ध्यान देने योग्य नहीं है.
स्वच्छ भारत मिशन के लिए बजट आवंटन (ग्रामीण)
स्वच्छ भारत मिशन के लिए बजट आवंटन (ग्रामीण)
- 2014-15: 2,850 करोड़ रुपए
- 2015-16: 6,525 करोड़ रुपए
- 2016-17: 9000 करोड़ रुपए
स्वच्छ भारत मिशन के लिए शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्वीकृत राशि
- 2014-15: 860 करोड़ रुपए
- 2015-16: 1,079 करोड़ रुपए
- 2016-17: 2,817 करोड़ रुपए